गायक : सुरेश पंकज गीत : पारंपरिक, मैथिली, हास्य गीत, बिहार
गायक : सुरेश पंकज
गीत : पारंपरिक, मैथिली, हास्य गीत, बिहार
पीढी पर पैर राखि कोठी पर चैढ़ कऽ
पीढी पर पैर राखि कोठी पर चैढ कऽ
लटकल बरेरी के सिक्का पकैड़ कऽ
लटकल बरेरी के सिक्का पकैड़ कऽ
गरदन में फंसरी लगेलियै यै
आहां झुइल गेलियै
आहां एहन करम किया केलियै यै
आहां झुइल गेलियै
आहां एहन करम किया केलियै यै
आहां झुइल गेलियै
गरदन में फंसरी लगेलियै यै
आहां झुइल गेलियै
आहां एहन करम किया केलियै यै
आहां झुइल गेलियै
झुलै कऽ मन छल हमरा सं कहितौ
झुलै कऽ मन छल हमरा सं कहितौ
सोना ओ रूपा के झूला बनबितौं
सोना ओ रूपा के झूला बनबितौं
अपने से किया झूइल गेलिये यै
आहां झुइल गेलियै
अपने से किया झूइल गेलिये यै
आहां झुइल गेलियै
आहां एहन करम किया केलियै यै
आहां झुइल गेलियै
आहां एहन करम किया केलियै यै
आहां झुइल गेलियै
माइयो सं पूछा पाइछ गहना गढ़ैलौ
माइयो सं पूछा पाइछ गहना गढ़ैलौ
आहां लेल रानी हम कंगना बनबैलौं
आहां लेल रानी हम कंगना बनबैलौं
सोनरा दोकान पे गहना रखलियै
सोनरा दोकान पे गहना रखलियै
किया ने कनि पिहनी लेलियै
आहां झुइल गेलियै
किया ने कनि पिहनी लेलियै
आहां झुइल गेलियै
आहां एहन करम किया केलियै यै
आहां झुइल गेलियै
आहां एहन करम किया केलियै यै
आहां झुइल गेलियै
सपना में रानी अहां के देखैछी
सपना में रानी अहां के देखैछी
पहिने से सुंदर आहंा एखन लगैछी
पहिने से सुंदर आहंा एखन लगैछी
मन होइया ओइठाम चुमु आहां के
मन होइया ओइठाम चुमु आहां के
तखने चेहा के उठि गेलियै यै
आहां झुइल गेलिय
आहां एहन करम किया केलियै यै
आहां झुइल गेलियै
आहां एहन करम किया केलियै यै
आहां झुइल गेलियै
मरलौं सेकर सोंच हमरा नै होइया
मरलौं सेकर सोंच हमरा नै होइया
बाल बच्चा देखि देखि छाति फटैया
बाल बच्चा देखि देखि छाति फटैया
एक दू त की कहब चारि टा देखैछी
एक दू त की कहब चारि टा देखैछी
पांच के संग लेने गलियै यै
आहां झुइल गेलियै
आहां एहन करम किया केलियै यै
आहां झुइल गेलियै
पीढी पर पैर राखि कोठी पर चैढ़ कऽ
लटकल बरेरी के सिक्का पकैड़ कऽ
गरदन में फंसरी लगेलियै यै
आहां झुइल गेलियै
आहां एहन करम किया केलियै यै
आहां झुइल गेलियै
आहां एहन करम किया केलियै यै
आहां झुइल गेलियै
आहां एहन करम किया केलियै यै
आहां झुइल गेलियै
आहां एहन करम किया केलियै यै
आहां झुइल गेलियै
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