गायक : मनोज तिवारी च्च्मृदुलज्ज्
कुरती के टूटल बा बटनियां
कुरती के टूटल बा बटनियां
घुमेली बाजार में मोहनिया—२
गोर गोर सुधर साधर रुपबो खराब ना
लुगा चटकार बा उघार तन याद ना-२
अरे गोदिया में लेले एगो मुनिया
घुमेली बाजार में मोहनिया—२
कुरती के टूटल ...........
गोरवा में छागल बार लिलार पर ठिकुली
संगवा में बाबूजी पेन्हत लेले बकुली-२
जात रहे दर्जी दोकनिया घुमेली-२,
कुरती के टूटल ...........
लइका जवान बुढ़ आंख सेक लेत बा,
केहु मुस्काय केहु सटी मजालेत बा-२
बिया अंजान बाड़ी धनिया,
घुमेली बाजार........
कुरती के टूटल ...........
देह धाजा दिले बानी निके भगवान जी
झांके खातिर काहे ना उपाय कइले रामजी-२
सोचला पर आंखी धरे पनिया,
घुमेली बाजार........ कुरती के टूटल ...........
विधि के विधान कुछ समझ परेला नहीं
विनय मनोज लोग दुखवा हरेला नहीं-२
विधि....
लोगवा हंसेला खाली दुखवा हरेला
जाने नहीं लंगटे जहंनिया, घुमेली बाजार........
कुरती के टूटल ...........
गाना सुने
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