चोरी भेल चोरी हम्मर माछक झोरी-२
ज्यों पूछथिन बऊआ के माय
कहबेन चोर लऽ गेल
चोरवा अपने खाय हमरा लिलोर कऽ गेल
चोरी ...................
भोरे सुतिके उठल रही तऽ कहलैन जाऊ दरिभंगा-२
कलिहे सऽ हम खींच कऽ रखने छी अहां केर अंगा
ज्यों आय माछ नै आनब भऽ जाइत घर में दंगा-२
हम कोहुना क ऽ मुंह दिखायब के आंखि में लोर दऽ गेल
चोरवा अपने खाय.............................
चोरी भेल चोरी..................................
दूर से रख छल माछ हमर आ गांठ पर रख छल मुड़ा-२
अपनो खैइतों कनियों खैइतथि पप्पों लेल छल पूरा
चल गेल माछ हाथ सऽ हम्मर बाजबई छी तलपूरा-२
रात भर अलपते अलपते भोर भऽ गेल
चोरवा अपने खाय........
चोरी ...............................
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