गायक : मनोज तिवारी
एलबम : जग दुई दिन का मेला
आं आं आं आं हो हो हो हो हो हो
सजना सनेहिया से मेल होई कहिया
नैहर के पूरा सब खेल होइ जहिया
पियवा बिना रे पियवा बिना रे मन कैसे मानी
पियवा बिना रे मन कैसे मानी
पियवा बिना रे मन कैसे मानी
कैइसे सहाई तोहसे चढ़ी जब जवानी
कैइसे सहाई तोहसे चढ़ी जब जवानी
पियवा बिना रे पियवा बिना रे मन कैसे मानी
पियवा बिना रे मन कैसे मानी
माई के दुलार नाहीं जिनगी बिताई
आरे बाबूजी के बोल नाहीं कहिया सोहाई
अरे माई के दुलार नाहीं जिनगी बिताई
बाबूजी के बोल नाहीं कहिया सोहाई
कहला पर तीत लागी कहला पर तीत लागी
भैया जी के बानी
पियवा बिना रे पियवा बिना रे मन कैसे मानी
पियवा बिना रे मन कैसे मानी
भौउजी के छोह नाहीं तोहके ओबरिहें
अरे नीक होइहैं केतनो पार नाहीं करिहें
भौउजी के छोह नाहीं तोहके ओबरिहें
नीक होइहैं केतनो पार नाहीं करिहें
जननी के साथ नाहीं जननी के साथ नाहीं
पूरिहें जनानी
पियवा बिना रे पियवा बिना रे मन कैसे मानी
पियवा बिना रे मन कैसे मानी
अरे निमन विचार संगे हरदम तु रहिह
पियवा के खोज में इ जिनगी बितइह
निमन विचार संगे हरदम तु रइह
पियवा के खोज में इ जिनगी बितइह
मिलिहें मनोज सैंया मिलिहें मनोज सैंया
तोहके ए रानी
पियवा बिना रे पियवा बिना रे मन कैसे मानी
पियवा बिना रे मन कैसे मानी
मिलिहें मनोज सैंया तोहके ए रानी
पियवा बिना रे पियवा बिना रे मन कैसे मानी
पियवा बिना रे मन कैसे मानी
कैइसे सहाई तोहसे चढ़ी जब जवानी
पियवा बिना रे पियवा बिना रे मन कैसे मानी
पियवा बिना रे मन कैसे मानी
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